अरे हो जमालो जरा मुझको सम्भालो - The Indic Lyrics Database

अरे हो जमालो जरा मुझको सम्भालो

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, वैशाली सामंत | संगीत - विजू शाह | फ़िल्म - कैसे कहूं के... प्यार है | वर्ष - 2003

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उ : ( अरे हो जमालो ज़रा मुझको सम्भालो जवाँ महफ़िल सजा लो
जमालो हो जमालो
किया है प्यार मैने इक लड़की से
वो नादाँ मेरे दिल की बातें जाने ना ) -२को : ये ये ये
उ : ऊँ ( मेरे सवालों में मेरे जवाबों में तू छुपी है
मेरे ख़यालों में आँखों में ख़्वाबों में तू बसी है ) -२
तू मेरी यादों में तू मेरी चाहत की चाँदनी है
तू मेरी साँसों में तू सिर्फ़ मेरे लिए ही बनी है
मेरे होंठों पे तेरा फ़साना
बना तेरे लिए मैं दीवाना
मुझे कितनी मोहब्बत है तुझसे
मेरे दिलबर नहीं तूने जाना
अरे हो जमालो ज़रा मुझको सम्भालो जवाँ महफ़िल सजा लो
जमालो हो जमालो
किया है प्यार मैने इक लड़की से
वो नादाँ मेरे दिल की बातें जाने नाको : ये ये ये
वै : ( तू जो मिला मुझको सारे ज़माने को भूल गई मैं
आके पनाहों में तेरी ही बाँहों में झूल गई मैं ) -२
चाहत के पन्नों पे मैने तो तेरा ही रंग सजाया
तन्हा अकेले में मैने तो तुझको ही अंग लगाया
मुझे तूने जो अपना बनाया
मेरे सपनों को सच कर दिखाया
बात बरसों जो दिल में छुपाई
राज़ वो आज सबसे बतायाउ : हे हो जमालो ज़रा मुझको सम्भालो जवाँ महफ़िल सजा लो
जमालो हो जमालो
वै : किया है प्यार मैने इक लड़के से
इसके बिन अब मेरा दिल तो माने ना
हो माने ना हो
हो ओ माने ना