सब कुछ लुताया हमाने - The Indic Lyrics Database

सब कुछ लुताया हमाने

गीतकार - मुल्क राज भाखरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - चुनारिया | वर्ष - 1948

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सब कुछ लुटाया हम ने आ कर तेरी गली में
घर छोड़ कर बनाया है घर तेरी गली मेंमाथे पे उस को रख लूँ सजदे में सर झुका दूँ
मिल जाए जो भी हम को पत्थर तेरी गली मेंख़नजर तने हुए हैं और सर झुके हुए हैं
मक़तिल का किच रहा है मनज़र तेरी गली मेंतेरे लिये जिये हैं तेरे लिये मरें गे
ये सोच कर बनाया है घर तेरी गली में