जो बीट चुकी सो बीट चुकी - The Indic Lyrics Database

जो बीट चुकी सो बीट चुकी

गीतकार - पं. भूषण | गायक - के एल सहगल | संगीत - तिमिर बरन | फ़िल्म - पुजारिन | वर्ष - 1936

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जो बीत चुकी सो बीत चुकी (२)
अब उसकी याद सताये क्यों
जो बीत चुकी सो बीत चुकी (२)खुश रहने वाली सूरत पे चिंता की बदली छाये क्यों (२)
जो बीत चुकी सो बीत चुकी (२)सामाँ कर दिल बहलाने का प्याले मे डुबो दे सब चिंता (२)
वह दिन जो पिये जा कहता था (२)
अब जाम वही ठुकराये क्योंफूलों से जिसको नफ़रत हो उनकी खुशबू से वहशत हो (२)
जिस दिल की मचलना आदत हो (२)
फिर कोई उसे बहलाये क्यों (२)