बड़े अरमानों से रखा है बलम तेरी कसम - The Indic Lyrics Database

बड़े अरमानों से रखा है बलम तेरी कसम

गीतकार - इन्दीवर | गायक - लता - मुकेश | संगीत - रोशन | फ़िल्म - मल्हार | वर्ष - 1951

View in Roman

बड़े अरमानों से रखा है बलम तेरी कसम
प्यार की दुनिया में ये पहला कदम
जुदा ना कर सकेंगे हमको ज़माने के सितम
प्यार की दुनिया मे ये पहला कदम
ले उठा प्यार भी अगड़ाई है दिल भी जवां
अजी ऐसे में लिए जाते हो तुम बोलो कहाँ
दूर दुनिया की निगाहों से कहीं जायेंगे हम
तेरी दो आँखों में दिखते है मुझे दोनो जहां
इन ही में खो गया दिल मेरा कहो ढूंढू कहाँ
चाँद घटता हो घटे अपनी मोहब्बत ना हो कम
मेरी नैया को किनारे का इंतज़ार नहीं
तेरा आंचल हो तो पतवार भी दरकार नहीं
तेरे होते हुए क्यो हो मुझे तूफान का ग़म