एक बुत बनाऊँगा तेरा और पूजा करूँगा - The Indic Lyrics Database

एक बुत बनाऊँगा तेरा और पूजा करूँगा

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - असली नक़्ली | वर्ष - 1962

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एक बुत बनाऊँगा तेरा और पूजा करूँगा
मर जाऊँगा प्यार अगर मैं दूजा करूँगा
रूप की चांदी, प्यार का सोना, प्रेम नगर से ला के
तेरी सुंदर छबी बनेगी दोनों चीज़ मिला के
रंग वफ़ा का मैं तेरी मूरत में भरूँगा
मन मंदिर में तुझको बिठा के रोज करूँगा बातें
शाम सवेरे हर मौसम में होंगी मुलाक़ातें
दिल का हाल कहूंगा तुझसे मैं ना डरूँगा
दुनिया एक अजायबखाना, लेकिन फिर भी फानी
इस धरती पर अमर रहेगी मेरी प्रेमकहानी
चाहे जितने रूप में आऊँ तेरा रहूँगा