एक बंगला बनें न्यारा - The Indic Lyrics Database

एक बंगला बनें न्यारा

गीतकार - | गायक - के एल सहगल | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - प्रेसीडेंट | वर्ष - 1937

View in Roman

एक बँगला बने न्यारा
रहे कुम्ब जिस में सारासोने का बँगला, चंदन का जँगला
विश्वकर्मा के द्वारे
अति सुन्दर प्यारा प्यारा
एक बँगला ...इतना ऊँचा बँगला हो ये
मानो गगन का तारा -३
जिस पे चढ़ के इंद्रधनुष पर
झूला झूले चाँद हमारा
भंडार होये लछमी के हाथों में सारा
पाए अब जी भर के सुख जिसने बिपत उठाई