अजी चले आओ तुम्हें आँखों ने दिल में बुलाया है - The Indic Lyrics Database

अजी चले आओ तुम्हें आँखों ने दिल में बुलाया है

गीतकार - हसरत | गायक - लता, आशा | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - हलाकु | वर्ष - 1956

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अजी चले आओ )-2 तुम्हें आँखों ने दिल में बुलाया है
( अब तो समझ जाओ )-2 क्यूँ निगाहों ने परदा गिराया है

दिल में उठती हैं कैसी उमंगें
तुमसे कानों में कहना पड़ेगा
शर्त सुन लो मगर मेरे दिलबर
आ के दिल में ही रहना पड़ेगा
( ज़रा मुस्कराओ )-2 मेरी नज़रों ने दामन बिछाया है
अजी चले आओ ...

रंग मौसम के हम भी तो देखें
ये लगी क्या है हम भी तो जानें-2
दिल तो यूँ भी धड़कता है लेकिन
ज़िन्दगी क्या है हम भी तो जानें
( हमें भी बताओ )-2 चाँद किसके लिए मुस्कराया
अजी चले आओ ...

रात को हमसे तारों ने पूछा
पास रह के भी क्यूँ दूर हैं वो-2
आग उनकी लगाई हुई है
बन रहे हैं कि मजबूर हैं वो
( हमें ना बनाओ )-2 हमने तुमको तो अपना बनाया
अजी चले आओ ...$