रात सुहानी चंदा चमके साजन आ - The Indic Lyrics Database

रात सुहानी चंदा चमके साजन आ

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - सुरैया | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - राजपूत | वर्ष - 1951

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रात सुहानी चंदा चमके साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
तेरी दीवानी हो झूमीं नैनों की डोलियाँ
आवो तो खिल गईं आशा की कलियाँ
ले के बहारें दिल में समा जा साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
रात सुहानी चंदा चमके साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
मीठी-मीठी याद है तेरी ठण्डी-ठण्डी आये तो
ठण्डी-ठण्डी रात मेरा जिया तड़पाये तो
दिल का दर्द मिटाने आ जा साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
रात सुहानी चंदा चमके साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
थक गईं अंखियाँ तक-तक राहें
तरस रही हैं मेरी निगाहें
रात लगी है जाने आ जा साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा
रात सुहानी चंदा चमके साजन आ
बालम आ जा ओ साजन आ जा$