काहे को मोहे छेरे रे बेइमनावा - The Indic Lyrics Database

काहे को मोहे छेरे रे बेइमनावा

गीतकार - कमाल अमरोही | गायक - सहगान, सरदार अख्तर | संगीत - मीर साहब | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1939

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स : काहे को मोहे छेरे रे बेइमनवा -२
काहे को मोहे छेरे
छेर के मोहे पछतईबे रे
पछतईबे रे -२
बेइमनवा
काहे को मोहे: राजा तुमहीं से हारे
( नाजा तुमही से लगिया लगाय
इनके जात मोरी धोबनिया ) -२
राजा तुमही से( चोली धुलवा के छोड़ू
चुनरी रंगवा के छोड़ू ) -२
अंगिया बंधवा के छोड़ू -२
राजा राजा
तुमही से लगिया लगाय
इनके जात मोरी धोबनिया
राजा तुमही से लगिया लगाय
इनके जात मोरी धोबनियास : गल्ले तोहे भर दईं मेरे
भर दईं मेरे -२
मेरे के मोहे घिर जइबे रे
घिर जइबे रे
बेइमनवा
काहे को मोहे छेरे रे बेइमनवा
काहे को मोहे छेरे