मेरे खयालों में आ के गले लगा जा मुझे - The Indic Lyrics Database

मेरे खयालों में आ के गले लगा जा मुझे

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - तलत | संगीत - रोशन | फ़िल्म - गुनाह: | वर्ष - 1953

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मेरे खयालों में आ के गले लगा जा मुझे
कि आज फिर मेरा जी चाहता है रोने को
नमक छिड़कते हैं ले ले के मज़ा वही आँसू
हाय रे वही आँसू
जो तेरे दर पे मिले दिल के ज़ख्म धोने को
की आज फिर मेरा जी चाहता है रोने को
थका हुआ है मुसाफ़िर सवाल है दाताअ
कफ़न दिला मुझे मुँह ढाँपने को सोने को
की आज फिर मेरा जी चाहता है रोने को