कैसी मुरली बजाई शाम ने - The Indic Lyrics Database

कैसी मुरली बजाई शाम ने

गीतकार - नखशाबी | गायक - गीता रॉय | संगीत - खुर्शीद अनवार | फ़िल्म - निशान | वर्ष - 1950

View in Roman

( कैसी मुरली बजाई शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने )
सुन-सुन मुरली जिया लहराये
डोले उमंग दिल में, रहा नहीं जाये
सुन-सुन मुरली
सुन-सुन मुरली जिया लहराये
डोले उमंग दिल में, रहा नहीं जाये
धुन ऐसी सुनाई शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने
धुन ऐसी सुनाई
शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने
कैसी मुरली बजाई शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने
पड़ी भनक मुरलिया की कानन में
अब नींद नहीं मोरे नैनन में
पड़ी धनक मुरलिया की कानन में
और उनक ?? नहीं अब नैनन में
मोरी निंदिया चुराई शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने
मोरी निंदिया चुराई
शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने
कैसी मुरली बजाई शाम ने
मोरी सुध बिसराई शाम ने