खामोश क्यूं खड़ा है सुखन जान बात करो - The Indic Lyrics Database

खामोश क्यूं खड़ा है सुखन जान बात करो

गीतकार - फरहत शहजादी | गायक - गुलाम अली | संगीत - रफीक हुसैन | फ़िल्म - दिल्लगी (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1993

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ख़ामोश क्यूँ खड़ा है सुख़न-जान बात कर
मर जायेगा वगरना मेरी मान बात करकिसने कहा के बात का मतलब भी हो कोई
इस दौर की यही तो है पहचान बात करचुप चाप हार मानना मन्सब नहीं तेरा
तुझ शान के नहीं है ये शायान बात करक्यूँ आँख तेरी नम है तेरी अपनी हँसी पर
दिल किसने कर दिया तेरा वीरान बात कर'शहज़ाद' है ख़िज़ाँ तो बहारों का ज़िक्र ला
बतला तो क्या है फूल का फ़रमान बात कर