टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये - The Indic Lyrics Database

टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सहगल | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 1947

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टूटे हुए दिल को उल्फ़त का बस इतना फ़साना याद रहा

टूटे हुए दिल को उल्फ़त का बस इतना फ़साना याद रहा

बस इतना फ़साना याद रहा टूटे हुए दिल को उल्फ़त का

मैं सारा ज़माना भूल गया

इक उनकी दुनिया याद रही

वो मेरी ही दुनिया भूल गया

और सारा ज़माना याद रहा

टूटे हुए दिल को

जाना था उन्हें चले जाते

पर याद भी अपनी ले जाते

क्यों आग बुझाना भूल गए

और आग लगाना याद रहा

टूटे हुए दिल को