कहानियाँ सुनाती है पवन आती जाती - The Indic Lyrics Database

कहानियाँ सुनाती है पवन आती जाती

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - रजपूत | वर्ष - 1982

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कहानियाँ सुनाती है पवन आती जाती
एक था दीया एक बाती
बहुत दिनों की है ये बात
बड़ी सुहानी थी वो रात
दीया और बाती मिले
मिलके जले एक साथ
ये चाँद ये सितारे बने सारे बाराती
उठाई दोनों ने कसम
जले बुझेंगे साथ हम
उन्हें ख़बर ना थी मगर
ख़ुशी के साथ भी है ग़म
मिलन के साथ साथ ही जुदाई भी है आती
एक दिन गली गली
ऐसी कुछ हवा चली
आया एक झोंका
दे गया जो धोखा
ज्योत को चुरा के
ले गया उठा के
दिल दीए का बुझ गया
हो गई बाती जुदा
फिर भी उसने ये कहा
ज्योत की दी ये दुआ
तुझ को कोई ग़म ना हो
रोशनी ये कम ना हो
तू किसी के घर जले
खुश रहे फुले फले