कहाँ से चले थे कहाँ को है जाना - The Indic Lyrics Database

कहाँ से चले थे कहाँ को है जाना

गीतकार - Nil | गायक - Nil | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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कहाँ से चले थे कहाँ को है जाना
किसी ने ना समझा किसी ने ना जाना
मुसाफ़िर न जाने कहाँ है ठिकाना

ये जीवन सफर है जहाँ एक सराए
ना कुछ साथ लाए न कुछ साथ जाए
ये है चार दिन का झूठा फ़साना
मुसाफ़िर न जाने कहाँ है ठिकाना
पलभर में होगी दुनिया पराई
तेरे साथ जाएगी नेकी-बुराई
चल ना सकेगा कोई बहाना
मुसाफ़िर न जाने कहाँ है ठिकाना
जीवन के होंठों को संगीत दे दे
दिलों को मोहब्बत भरे गीत दे दे
तू चल गुनगुनाता कोई तराना
मुसाफ़िर न जाने कहाँ है ठिकाना