मेरे हमाराज़ कैसा है ये राज़ी - The Indic Lyrics Database

मेरे हमाराज़ कैसा है ये राज़ी

गीतकार - विजय आनंद | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - घुंघरू की आवाज | वर्ष - 1981

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(हो ओऽ मेरे हमराज़ कैसा है ये राज़
बुलाती है और खो जाती है तेरे घुँघरू की आवाज़
तेरे घुँघरू की आवाज़) -२(सितारों ने सजायी थी डगर
हवाओं ने झुलाया भी मगर) -२
जला डाले जला डाले
पंख नसीबों ने
रह गयी हसरत-ए-परवाज़
तेरे घुँघरू की आवाज़
हो ओऽ मेरे हमराज़ ...(अँधेरों में छुपी है किरन
मिलन है पर ये कैसा मिलन) -२
अधूरा है अधूरा है
गीत जीवन का
और टूटा-टूटा साज़
तेरे घुँघरू की आवाज़
हो ओऽ मेरे हमराज़ ...तेरे घुँघरू की आवाज़