ज़ुल्फ़ों में अपनी एक दिल-ए-शैदा लिये हुए - The Indic Lyrics Database

ज़ुल्फ़ों में अपनी एक दिल-ए-शैदा लिये हुए

गीतकार - NA | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - धीरेन मित्र | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1945

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ज़ुल्फ़ों में अपनी एक दिलएशैदा लिये हुए

ज़ुल्फ़ों में अपनी एक दिलएशैदा लिये हुए

जाता है कोई इश्क़ की दुनिया लिये हुए

तेरे सिवा भी है कोई दोनों जहान में

दरपर्दा सब हैं तेरी तमन्ना लिये हुए

दुनिया समझ सके न ये समझा सकूँ कभी

क़तरा है मेरी आँख में दरिया लिये हुए

सौदा है दिल में दिलबरएबाला बलंद का

फिरता हूँ सर पे अर्शए मुअल्ला लिये हुए