तारों भरी रात है पर तू नहीं - The Indic Lyrics Database

तारों भरी रात है पर तू नहीं

गीतकार - NA | गायक - सुरैया, रफीस | संगीत - सुरैया, रफ़ी | फ़िल्म - काजल | वर्ष - 1948

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तरसि हुइ हैं मुद्दत से आन्खें

तरसि हुइ हैं मुद्दत से आन्खें

नज़रों कि दुनिय आबाद कर दे

तुम्को बन कर हुस्न क मलिक

किस्ने कहं थ जल्लद कर दे

शर्म हया के क़ुरबान जाऊन

सम्ने आ के दिल्शद कर दे

कब्ज़े में तेरे है दिल कि दुनिय

आबाद कर या बर्बाद कर दे