रात है अरमां भरी - The Indic Lyrics Database

रात है अरमां भरी

गीतकार - हसरत | गायक - गीता, तलत | संगीत - राम गांगुली | फ़िल्म - संगम | वर्ष - 1954

View in Roman

ओऽ ओऽ ओऽ
रात है अरमां भरी
रात है
रात है अरमां भरी
और क्या सुहानी रात है
आज बिछड़े दिल मिले हैं
तेरा मेरा साथ है
रात है
ओऽ ओऽ ओऽ
रात है अरमां भरी
मेरी आँखों में इशारे
तेरी आँखों में है प्यार
छा गई है आज अरमानों पे मतवाली बहार
प्यार के हाथों में दिल्बर
आज मेरा हाथ है
रात है
ओऽ ओऽ ओऽ
रात है अरमां भरी
ले रहे हैं आज दिल के तार भी अंगड़ाइआं
तार भी अँगड़ाइआं
फिर मिली है प्यार के संगम से दो परछाइआं
छा गया बादल खुशी का
प्यार की बरसात है
रात है अरमां भरी
और क्या सुहानी रात है
आज बिछड़े दिल मिले हैं
तेरा मेरा साथ है
रात है
ओऽ ओऽ ओऽ
रात है अरमां भरी