जिनको जीने के ढंग आते हैं - The Indic Lyrics Database

जिनको जीने के ढंग आते हैं

गीतकार - | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - गुलाम अली के सर्वश्रेष्ठ (गैर-फ़िल्म) | वर्ष - 1990

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जिनको जीने के ढंग आते हैं
वादे अक्सर वो भूल जाते हैंकाटे कटती नहीं शब-ए-हिज्राँ
कैसे कैसे सितम वो ढाते हैंआशिक़ों की अजीब मंज़िल है
दिल को खो कर ही चैन पाते हैंहाथ उठा कर दुआएं मत दीजे
दिल में लाखों ख़याल आते हैंभीड़ में रह के हो गये गुमनाम
यूँ जुदाई से दिल लगाते हैं