बल्लेशाह कदे इश्क ना करिए इश्क ना करना कभी तुम - The Indic Lyrics Database

बल्लेशाह कदे इश्क ना करिए इश्क ना करना कभी तुम

गीतकार - आजाद जालंधरी | गायक - सहगान, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - वापासी साजन किस | वर्ष - 1995

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बल्लेशाह कदे इश्क़ ना करिए इश्क़ दे खेल निराले
इश्क़ ले मिट्टी विच मिलाए ताजां तख्तां वालेइश्क़ ना करना कभी तुम इश्क़ ना करना
इश्क़ की बाजी कोई ना जीता सब आशिक़ गए हार
कभी तुम इश्क़ ना ...इश्क़ में लाखों दर्द बिछोड़े इश्क़ ने लाखों के दिल तोड़े
सोहणी ने भी जान गंवाई सरसी घर वापस ना आई
इश्क़ की बात करे जब कोई मत करना ऐतबार हो हो
इश्क़ ना करना ...दो राहें हैं पर जब आ जाएं आशिक़ को कुछ समझ ना आए
छोड़ के रांझा तख्त हज़ारा नौकर बनके करे गुजारा
इश्क़ के दीवानों ने धोखा खाया हर बार
इश्क़ ना करना ...