भोला सा बलमा रे नहीं समाजे हमारे इशारे - The Indic Lyrics Database

भोला सा बलमा रे नहीं समाजे हमारे इशारे

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - माला | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - हवेली (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1964

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भोला सा बलमा रे नाहीं समझे हमारे इशारे
कोई कैसे भला बिन सैयाँ ये सुहाने ज़माने गुज़ारे
हाय भोला सा बलमा रे नाहीं समझे हमारे इशारेना धुन पायल की वो समझे ना कंगना की बोली
ऐसा अनाड़ी मिला है हमको सपनों का हमजोली
ना वो देखे हमें लहरा के न वो ज़ुल्फ़ें हमारी सँवारे
हाय भोला सा बलमा रे नाहीं समझे हमारे इशारेएक तो मौसम रंग रंगीला उस पर शाम सुहानी
ऐसे में फिर आ अलबेला दिखलाये नादानी
इन नैनों के जितने हैं जादू किये हमने वो सारे के सारे
हाय भोला सा बलमा रे नाहीं समझे हमारे इशारे
कोई कैसे भला बिन सैयाँ ये सुहाने ज़माने गुज़ारे
हाय भोला सा बलमा रे नाहीं समझे हमारे इशारे