कैसे कह दूँ बजरिया के बीच - The Indic Lyrics Database

कैसे कह दूँ बजरिया के बीच

गीतकार - नाज़िम पानीपति | गायक - लता | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1949

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को : तक धिना धिन

को : तक धिना धिन

धिना धिन

तक धिना धिन

बरसात में

को : तक धिना धिन

बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम

बरसात में

को : तक धिना धिन

बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम

बरसात में

को : तक धिना धिन

नैनों से झाँके जी

मस्त जवानी

मेरी मस्त जवानी

कहती फिरे दुनिया से

दिल की कहानी

मेरे दिल की कहानी

उनकी जो मैं उनसे कैसी शरम

कैसी शरम

बरसात में

को : तक धिना धिन

बरसात में हमसे मिले तुम सजन तुमसे मिले हम

बरसात में

को : तक धिना धिन

प्रीत ने सिंगार किया

मैं बनी दुल्हन

सपनों की रिमझिम में

नाच उठा मन

मेरा नाच उठा मन

आज मैं तुम्हारी हुई तुम मेरे सनम

तुम मेरे सनम

बरसात में थ्रीदोत्स

ये समाँ है जा रहे हो

कैसे मनाऊँ

मैं तुम्हारी राह में ये

नैन बिछाऊँ

जो ना आओ तुमको मेरी

जान की क़सम

बरसात में थ्रीदोत्स

देर ना करना कहीं ये

आस टूट जाये

साँस छूट जाये

तुम ना आओ दिल की लगी

मुझको ही जलाये

ख़ाक में मिलाये

आग की लपटों में पुकारे ये मेरा ग़म

मिल ना सके हाय मिल ना सके हम