जान ए जान जब जब तेरी सूरत देखुं - The Indic Lyrics Database

जान ए जान जब जब तेरी सूरत देखुं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - सपना अवस्थी, महेश गडवी | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - जाँबाज़ | वर्ष - 1986

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जान-ए-जानां ओ जान-ए-जानां -२
जब जब तेरी सूरत देखूं -२प्यार सा दिल में जागेतेरी तरफ़ ही दिल मुझे खींचेक्या तू मेरा लागे -२कौन सा ये बन्धन हैये कैसा अपनापन हैकिसी का ज़ोर चले नये कैसी दिल की अगन हैजान-ए-जानां ओ जान-ए-जानांजब जब तेरी सूरत देखूं -२
प्यार सा दिल में जागे
तेरी तरफ़ ही दिल मुझे खींचे
क्या तू मेरी लागे -२कौन सा ये बन्धन है ...दिलबर तुझसे मिलते मिलते -२मैं भी औरत बन गईतूने मुझे अनमोल बनायामैं तो मोहब्बत बन गई -२दीवानों का मौसम हैकि शोलों में शबनम हैमेरा दिल टूट न जाएतुझे यह दिल की क़सम हैजान-ए-जानां ओ जान-ए-जानांफूल बनकर तेरा चेहरामेरे हाथों में खिला हैमिलन है दिल से दिल काबदन से बदन मिला हैतेरी चाहत की गर्मीनरम साँसों का तूफ़ांमोम हो गया मेरा दिलपिघलने लगा है ईमांजान-ए-जानां ओ जान-ए-जानां
जब जब तेरी सूरत देखूं ...