सदा तेरा ही वास है, सदा तुझसे ही साँस है - The Indic Lyrics Database

सदा तेरा ही वास है, सदा तुझसे ही साँस है

गीतकार - शैलेन्द्र सिंग सोढ़ी शेल्ली | गायक - के मोहन | संगीत - अग्नी | फ़िल्म - शाळा | वर्ष - 2011

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सदा तेरा ही वास है, सदा तुझसे ही साँस है
सदा रंग है तू रास है, सदा जगी यूँ ही आस है
सदा तेरा ही वास है, सदा तेरा ही वास है
तू प्रथम, तू अमर ... प्रीत की हो सदा
तू ही कारण है ...... हर स्वबल से जुड़ा
है डोरी बँधी है सदी से ... गूँजे जहाँ जाऊं
सदा तेरा ही वास है, सदा तुझसे ही साँस है
सदा रंग है तू रास है, सदा जगी यूँ ही आस है