दम भर का था दौर खुशी का: - The Indic Lyrics Database

दम भर का था दौर खुशी का:

गीतकार - | गायक - मुकेश | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - मान | वर्ष - 1954

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दम भर का था दौर खुशी का
जिसको मुक़द्दर लूट गया
जैसे चमका एक सितारा, और चमक कर टूट गया
दम भर का था दौर खुशी का(खून मिले ये आँसू मेरे
तुमको दुवाएं देते हैं)-२
थेस लगाकर चले हो ऐसे, दिल का ताला टूट गया
दम भर का था दौर खुशी का(खतम हुए जल जल के पतंगे
तारे डूबे, शमा बुझी)-२
रात की महफ़िल का हर साथी, धीरे धीरे चूट गया
दम भर का था दौर खुशी का