गुंजे गगन गुंजे ललकारें हम - The Indic Lyrics Database

गुंजे गगन गुंजे ललकारें हम

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सहगान, रूप कुमार राठौड़ | संगीत - विशाल | फ़िल्म - भगवान माँ | वर्ष - 1998

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हे जी रे गूंजे गगण गूंजे ललकारें हम
धरती कांपे दिन रैणा चली महारथियों की सेणा हे जी रे
गूंजे गगण गूंजे ...रूप तुम प्रलय का लिए रण में जलो जलो रण में जलो
शस्त्र खनकते हैं बढ़ो आक्रमण करो बढ़ो आक्रमण करो
सूरमा हो तुम्हीं हाँ तुम ही वीर हो
युद्ध की बेला में छोड़ दो संयम
गूंजे गगण गूंजे ...अंतिम विकट युद्ध होगा यहीं युद्ध होगा यहीं
ऐ रक्त ही उपलेगा धरा से हर कहीं धरा से हर कहीं
ठान लो तुम नहीं या शत्रु नहीं
अर्जुन भी तुम हो तुम ही शिवम
गूंजे गगण गूंजे ...