सच्ची बात कही थी मैंने - The Indic Lyrics Database

सच्ची बात कही थी मैंने

गीतकार - साबिर दत्त | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - फेस टू फेस | वर्ष - 1994

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सच्ची बात कही थी मैंने
लोगों ने सूली पे चढ़ाया
मुझको ज़हर का जाम पिलाया
फिर भी उनको चैन न आया
ले के जहाँ भी वक़्त गया है
ज़ुल्म मिला है, ज़ुल्म सहा है
सच का ये ईनाम मिला है
सबसे बेहतर कभी न बनना
जग के रहबर कभी न बनना
पीर पयंबर कभी न बनना
चुप रहकर ही वक़्त गुज़ारो
सच कहने पे जां मत वारो
कुछ तो सीखो मुझसे यारों