दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर हो - The Indic Lyrics Database

दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर हो

गीतकार - शकील | गायक - शमशाद, जोहराबाई, अन्य आवाज? | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - अंबर | वर्ष - 1952

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दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर हो ओ होय
दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर
नैन मिलाकर नैन से जिसने
हाँ हाँ
नैन मिलाकर नैन से जिसने प्यार ली प्यार की डोर हो ओ ओ
नैन मिलाकर नैन से जिसने प्यार ली प्यार की डोर
दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर
होय


खाली न हुस्न की पहली नज़र का वार
हा
ऐसे चलाये तीर के दिल कर लिया शिकार
हा
मिले हैं दिल से दिल हाय
मिले हैं दिल से दिल हाय
मिले हैं दिल से दिल मिलने की सूरत हो तो ऐसी हो
हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
चन्दा की नगरी से उड़ कर आया है चितचोर हो
नैन मिलाकर नैन से जिसने प्यार ली प्यार की डोर
दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर
होय


न आँखों में ख़ुशनसीब वही है जहान में
मेहमान बन के आये दिल के मकान में

जले इस आग में दोनों
जले इस आग में दोनों
जले इस आग में दोनों जो हालत हो तो ऐसी हो
हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
कोई जाने न पहचाने मोहब्बत हो तो ऐसी हो
छम-छम करती आई दुल्हनिया अपने पिया की ओर हो

नैन मिलाकर नैन से जिसने प्यार ली प्यार की डोर
दिल के शीशमहल में आया इक मतवाला चोर हो$