बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया - The Indic Lyrics Database

बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - अमर प्रेम | वर्ष - 1971

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बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया
का करे यशोदा मैय्या
ढूंढें री अंखियाँ उसे चहू ओर
जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर
उड़ गया जैसे पुरवइया
आ तोहे मैं गले से लगा लूँ
लागे ना किसी की नज़र, मन में छुपा लूँ
धूप जगत है रे ममता है छैया
मेरे जीवन का तू एक ही सपना
जो कोई देखे तोहे समझे वो अपना
सबका है प्यारा बन्सी-बजइया