अब दावा की जरुउरत नाहिनी - The Indic Lyrics Database

अब दावा की जरुउरत नाहिनी

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - लाल दुपट्टा मलमल का | वर्ष - 1988

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अब दवा की ज़रूरत नहीं मुझको दर्द-ए-जिगर के लिए
इक नज़र तेरी मेरे मसीहा काफ़ी है उम्र भर के लिए
अब दवा की ज़रूरत ...मैं हूँ बीमार-ए-दिल मेरी तस्कीन की हर दवा तेरी पलकों के परदे में है
मैने मांगी है जो ज़िंदगी के लिए वो दुआ तेरी पलकों के परदे में है
परदे परदे में इक अदा तेरी
इक नज़र तेरी मेरे ...प्यार तेरा मिले तू मिले ना मिले तेरा ग़म जान-ए-मन सबसे प्यार मुझे
हो करम यार का मिले तो संसार का हर अलम हर सितम है गंवारा मुझे
सबके बदले में इक हँसी तेरी
इक नज़र तेरी मेरे ...