बोल सजनी मोरी सजनी - The Indic Lyrics Database

बोल सजनी मोरी सजनी

गीतकार - महबूब | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, सोनू निगम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - डोली सजा के रखना | वर्ष - 1998

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बोल सजनी मोरी सजनी -२ढंग जहाँ का कितना बदलारंग मोहब्बत का ना बदलाचलन वफ़ा का है बस वैसासदियों से ही था वो जैसाप्यार का दीवानापन है वो हिओ सजना कह दे प्यार के बोल ज़रा तू भीसजनी रे सजनी रे एक तू ही जहाँ में है अनमोलआजा रे मेरी बाँहों में तू डोलसजनी रे सजनी रे एक तू ही जहाँ में है अनमोल
आजा रे मेरी बाँहों में तू डोल
बोल सजनी मोरि सजनीजीने का बहाना है ये प्यार साथीसपना सुहाना है ये प्यार साथीसंग मेरे साथी चलधरती चली है जैसे आसमाँ संगपरबत है कहीं पे घटा संगकहीं धुंध में हम हों जायें ओझल चलज़माने की आँखों से बच केनैनों में एक दूजे के छुप केबितायें दो पल हम चुपके चुपकेबोल सजन मोरे सजना बोल सजन मोरे सजना
ढंग जहाँ का कितना बदला
रंग मोहब्बत का ना बदला
चलन वफ़ा का है बस वैसा
सदियों से ही था वो जैसा
प्यार का दीवानापन है वो हि
ओ सजना कह दे प्यार के बोल ज़रा तू भी
सजनी रे सजनी रे एक तू ही जहाँ में है अनमोल
आजा रे मेरी बाँहों में तू डोलसदियों पुरानी ये रीत रही हैजब भी दिलों में कहीं प्रीत हुई हैदुश्मन हुई ये दुनियाडरा नहीं ज़ुल्मों से इश्क़ भी परतलवारों पे रख दिया सरज़ंजीरें भी टूटीं ये दुनिया भी हारीवफ़ा का हम भी थामे परचमजियेंगे जब तक तुम-हममिल बाँट लेंगे ख़ुशी हो या ग़मबोल सजनी मोरी सजनी
ढंग जहाँ का कितना बदला
रंग मोहब्बत का ना बदला
चलन वफ़ा का है बस वैसा
सदियों से ही था वो जैसा
प्यार का दीवानापन है वो हि
ओ सजना कह दे प्यार के बोल ज़रा तू भी
सजनी रे सजनी रे एक तू ही जहाँ में है अनमोल
आजा रे मेरी बाँहों में तू डोल
बोल सजनी मोरी सजनी