कोनेपलेन फिर फुट आइं शाक पर कहना उसे - The Indic Lyrics Database

कोनेपलेन फिर फुट आइं शाक पर कहना उसे

गीतकार - फरहत शहजादी | गायक - मेहदी हसन | संगीत - मेहदी हसन | फ़िल्म - कहना उसे (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1984

View in Roman मुस्करा कर आज प्यारे चारागर कहना उसे
'>

कोंपलें फिर फूट आईं शाख़ पर कहना उसे
वो न समझा है न समझेगा मगर कहना उसेवक़्त का तूफ़ान हर इक शय बहा कर ले गया
इतनी तन्हा हो गई है रहगुज़र कहना उसेजा रहा है छोड़ कर तन्हा मुझे जिसके लिये
चैन न दे पायेगा वो सीम-ओ-ज़र कहना उसेरिस रहा हो ख़ून दिल से लब मगर हँसते रहे
कर गया बरबाद मुझको ये हुनर कहना उसेजिसने ज़ख़्मों से मेरा 'शहज़ाद' सीना भर दिया
मुस्करा कर आज प्यारे चारागर कहना उसे