मेरे सनम मेरे सनम - The Indic Lyrics Database

मेरे सनम मेरे सनम

गीतकार - असद भोपाली | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - एक सपेरा एक लुटेरा | वर्ष - 1965

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मेरे सनम मेरे सनम
तुम जो नहीं कुछ भी नहीं
प्यार है मेरा आग में जल रहा
दूर कहीं दूर हमें ले चलो सनम
जहाँ ना हो कोई हम दोनों के सिवा
भीगे भीगे नैन मुस्कुराए
सहमे सहमे होंठ गुनगुनाए
महका दिल का वीराना
मत पूछो ये अफ़साना
तरसी तरसी प्यार की ये बाहें
बार बार आज तुम्हें चाहे
जान भी तुम हो दिल भी तुम
चाहत की मंज़िल हो तुम