मेरे नसीब में तू है के नहीं, तेरे नसीब में मैं हूँ के नहीं - The Indic Lyrics Database

मेरे नसीब में तू है के नहीं, तेरे नसीब में मैं हूँ के नहीं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - नसीब | वर्ष - 1981

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मेरे नसीब में तू है के नहीं
तेरे नसीब में मैं हूँ के नहीं
ये हम क्या जाने, ये वो ही जाने
जिसने लिखा है सबका नसीब
एक दिन ख्वाब में वो मुझे मिल गया
देखकर जो मुझे फूल सा खिल गया
शर्मा गई मैं, घबरा गई मैं
कहने लगा वो आकर करीब
बात ये ख्वाब की सच मगर हो गई
नौजवां मैं तुझे देखकर खो गई
आँखे मिली हैं, दिल भी मिले हैं
देखे मिले कब अपने नसीब
हम कहीं फिर मिले एक हसीं रात में
बात ये आ गई फिर किसी बात में
अब के हुआ ये, मैने कहा ये
मुझको बता दे मेरे हबीब