कजरारी मतवारी मदभरी दो अंखियां - The Indic Lyrics Database

कजरारी मतवारी मदभरी दो अंखियां

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - राजकुमारी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - नौबहार | वर्ष - 1952

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कजरारी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
पिया तोरी इन अँखियन में बैठ के मैंने
देखी सब दुनिया
पिया तोरी दो अँखियाँ
कजरारी मतवारी मदभरी दो अँखियाँजैसे नील कमल की कलियाँ जैसे भँवर मतवारे
प्रीत की अंजानी नगरी के दो अंजाने तारे
रंग रस की गलियाँ
पिया तोरी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
कजरारी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
पिया तोरी दो अँखियाँचपल नैन चपला जिन चमके
चंद्र कोर सी लच लच लचके
अधर धरत पग धरन धरत
इन नाचत है ब्रिजनारीत थई -३
तेरी अँखियन में चंचल सागर
डूब के तर गया जियरा -२
तोरे नैनन के नील गगन में
खो गया मेरा हियरा -२
मैं खोजूँ दिन रतियाँपिया तोरी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
कजरारी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
कजरारी मतवारी मदभरी
मदभरी दो अँखियाँ
पिया तोरी कजरारी मतवारी मदभरी दो अँखियाँ
मदभरी दो अँखियाँ -३