गीतकार - आह सीतापुरी | गायक - मुकेश | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - पहली नज़र | वर्ष - 1945
View in Romanदिल जलता है तो जलने दे
आँसू ना बहा फ़रियाद ना कर
तू परदानशीं का आशिक़ है
यूँ नाम-ए-वफ़ा बरबाद ना कर
मासूम नजर के तीर चला
बिस्मिल को बिस्मिल और बना
अब शर्म-ओ-हया के परदे में
यूँ छुप छुप के बे-दाद ना कर
हम आस लगाये बैठे है
तुम वादा करके भूल गये
या सूरत आ के दिखा जाओ
या कह दो हमको याद ना कर