दिल था अकेला अकेला, साथी मिला अलबेला - The Indic Lyrics Database

दिल था अकेला अकेला, साथी मिला अलबेला

गीतकार - रमेश पंत | गायक - लता - बप्पी लाहिरी | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - सुरक्षा | वर्ष - 1979

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दिल था अकेला, अकेला
साथी मिला अलबेला
सपने में भी सोचा ना था
अपना कोई बन जायेगा
चाहेंगे हम तुम्हे दिल से
मिले हो तुम मुश्किल से
सपने में भी सोचा ना था
अपना कोई बन जायेगा
लाखों में आँखे तो तुम पे ही जा रुकी
साँसे भी तुम को ही अपना बना चुकी
तुम में सनम खो जायेंगे, दीवाने हम हो जायेंगे
चाहेंगे हम तुम्हे दिल से.. .. ..
तुम को ही दिल दिया, जान भी देंगे हम
ज़िन्दगी कम हुयी, फिर जनम ले लेंगे हम
जा के भी हम आ जायेंगे, फिर से तुम्हे पा जायेंगे
चाहेंगे हम तुम्हे दिल से.. .. ..