चाँदी की दीवार ना तोड़ी, प्यार भरा दिल तोड़ दिया - The Indic Lyrics Database

चाँदी की दीवार ना तोड़ी, प्यार भरा दिल तोड़ दिया

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - विश्वास | वर्ष - 1969

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चाँदी की दीवार ना तोड़ी, प्यार भरा दिल तोड़ दिया
एक धनवान की बेटी ने निर्धन का दामन छोड़ दिया
कलतक जिसने कस्में खाई दुःख में साथ निभाने की
आज वो अपने सुख की खातिर हो गई एक बेगाने की
शहनाईयों की गूँज में दब के रह गई आह दीवाने की
धनवानों ने दीवाने का ग़म से रिश्ता जोड़ दिया
वो क्या समझे प्यार को जिनका सबकुछ चाँदी सोना है
धनवानों की इस दुनिया में, दिल तो एक खिलौना है
सदियों से दिल टूटता आया, दिल का बस ये रोना है
जबतक चाहा दिल से खेला और जब चाहा तोड़ दिया