दिल ही तो है तड़प गया दर्द से भर न आये क्यों - The Indic Lyrics Database

दिल ही तो है तड़प गया दर्द से भर न आये क्यों

गीतकार - असद भोपाली | गायक - लता | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - आधी रात | वर्ष - 1950

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दिल ही तो है तड़प गया दर्द से भर न आये क्यों
रोयेंगे हम हज़ार बार कोई हमें सताये क्यों

रोते हुए गुज़ार दी जिस ने तमाम ज़िंदगी
उस को हँसी से काम क्या कोई उसे हँसाये क्यों

ऐ मेरे बदनसीब दिल देख ये तेरी भूल है
तू तो ख़िज़ा का फूल है तुम से बहार आये क्यों

आँखों में आँसू दिल में ग़म जीने को जी रहे हैं हम
मौत से पहले ज़िंदगी ग़म से निजात पाये क्यों$