सुन लो दिल का अफ़साना होऽऽऽ - The Indic Lyrics Database

सुन लो दिल का अफ़साना होऽऽऽ

गीतकार - मजरूह | गायक - लता, रफी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अंदाज़ | वर्ष - 1949

View in Roman

अनिल बिस्वस, सर्दर अख्तर अन्द चोरुस:

अनिल बिस्वस, सर्दर अख्तर अन्द चोरुस:

सुनो पंछी के राग करे कोयल पुकार

अहा खेतों पे पडती है जल की फुहार

फ़ेमले वोइcए प्रोबब्ल्य सर्दर अख्तर:

मेरे आशा के जीवन में आई बहार

चले शीतल पवन खिले फूलों की डार

बनी अपने पिया के गले का मैं हार

मेरे आशा के जीवन में आई बहार

फ़ेमले वोइcए प्रोबब्ल्य ज्योति:

उठे मन में तरंग बहे अमृत की धार

कहीं आये बलम किये बैठी सिंगार

प्रोबब्ल्य सुरेन्द्र:

मची बाग़ों में धूम किये पत्ते निखार

हुआ फूलों के गहने से बन का सिंगार

प्रोबब्ल्य हरिश:

पड़ी नैनों पे चोट लगी दिल में कटार

चले छैला सजनवा जो छाती उभार