हम जब चलें तो ये जहाँ झुमे - The Indic Lyrics Database

हम जब चलें तो ये जहाँ झुमे

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - हम हिंदुस्तानी | वर्ष - 1960

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हम जब चलें तो ये जहानँ झूमे
आरज़ू हमारी आसमाँ को चूमे
ओ हो हो हम जब चलें ...हम नए जहान के पासबाँ
हम नई बहार के राज़दाँ
हम हँसें तो हँस पड़े हर कली
हम चलें तो चल पड़े ज़िन्दगी
सारे नज़ारों में फूलों में तारों में
हमने ही जादू भरा
हम जब चलें ...हमसे है फ़िज़ाओं में रंग-ओ-बू
हमसे है इस ज़मीं की आबरू
नदियों की रागिनी हमसे है
हर तरफ़ ये ताज़ग़ी हमसे है
सारे नज़ारों में ...दूर हो गईं सभी मुश्किलें
खिंच के पास आ गईं मंज़िलें
देखकर शबाब के हौसले
खुद-ब-खुद सिमट गए फ़ासले
सारे नज़ारों में ...