दिल है लुटा हुआ जहाँ - The Indic Lyrics Database

दिल है लुटा हुआ जहाँ

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - तलाश | वर्ष - 1957

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दिल है लुटा हुआ जहाँ
रात भी है धुआँ-धुआँ
ऐ मेरी मौत ये बता
ऐसे में रह गई कहाँ
दिल है लुटा हुआ जहाँ

( अब न किसी को मुझसे प्यार
अब न किसी का इंतज़ार )-2
दिल की ख़िज़ाँ चली गई
मेरी ख़ुशी की वो बहार
ख़ाक़ उड़ा के चल दिया

ख़ाक़ उड़ा के चल दिया
मेरी ख़ुशी का कारवाँ

दिल है लुटा हुआ जहाँ
रात भी है धुआँ-धुआँ
ऐ मेरी मौत ये बता
ऐसे में रह गई कहाँ
दिल है लुटा हुआ जहाँ

( ऐ दिल-ए-बेक़रार सुन
भूल जा अब ख़ुशी की धुन )-2
फूलों से तेरा काम क्या
काँटों को चुन सके तो चुन
अब न किसी की आस कर

अब न किसी की आस कर
आयेगा कौन अब यहाँ

दिल है लुटा हुआ जहाँ
रात भी है धुआँ-धुआँ
ऐ मेरी मौत ये बता
ऐसे में रह गई कहाँ
दिल है लुटा हुआ जहाँ$