अजब हमारी है ज़िंदगानी कभी अँधेरा कभी उजाला - The Indic Lyrics Database

अजब हमारी है ज़िंदगानी कभी अँधेरा कभी उजाला

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा: | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - कभी अंधेरा कभी उजाला | वर्ष - 1958

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अजब हमारी है ज़िंदगानी कभी अँधेरा कभी उजाला
है दर्द-ओ-ग़म की ये इक कहानी कभी अँधेरा कभी उजाला

कभी है मिलना कभी बिछड़ना कभी है रोना कभी है गाना
है ख़्वाब ऐसा ये ज़िंदगानी कभी अँधेरा कभी उजाला

कभी तो मौसम जुदाई का है कभी हैं घड़ियाँ नज़र मिलन की
है ग़म दिलों पर तो आनी जानी कभी अँधेरा कभी उजाला$