तू ने जहाँ बना कर एह्सान कया किया है - The Indic Lyrics Database

तू ने जहाँ बना कर एह्सान कया किया है

गीतकार - आई सी कपूर | गायक - लता | संगीत - गोविंद राम | फ़िल्म - माँ क प्यार | वर्ष - 1949

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टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये

टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये

टूट गये सब सपने मेरे

यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे

दर्द लगी पर ठेस लगायी टूटा जो दिल आवाज़ यह आयी

सुख की तमन्ना करने वाले सुख नहीं भाग तेरे

टूट गये सब सपने मेरे

यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे

टूट गये सब सपने मेरे

दुःख के सताये सुख के दीवाने देख रहे थे ख़्वाब सुहाने

आँख खुली तो आस के बदले यास खड़ी थी घेरे

टूट गये सब सपने मेरे

यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे

टूट गये सब सपने मेरे