दिल दीवाना दिल मस्ताना माने न - The Indic Lyrics Database

दिल दीवाना दिल मस्ताना माने न

गीतकार - ज़िया सरहदी | गायक - लता, तलत | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - आवाज़ | वर्ष - 1956

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दिल दीवाना दिल मस्ताना माने न
लगी बुझाना बुरा ज़माना जाने न
भीगा भीगा पहलू है द्लिअदार जहाँ
भीगी भीगी रातों का वो प्यार कहाँ

रस्ते पे तेरी मेरी पहली मुलाक़ात हुई
अखियों की अखियों से वो जो एक बात हुई
उसी एक मीठि बात पे ये दिल आबाद है

प्यार का जो दुःख उठाया अपना ही क़ुसूर है
तेरा कोई दोश नहीं दिल मजबूर है
अपन जहाँ तो अपने हाथों बरबाद है$