ऊपरवाला मालिक है वो सबका रखवाला है ... - The Indic Lyrics Database

ऊपरवाला मालिक है वो सबका रखवाला है ...

गीतकार - देव कोहली | गायक - आनंद राज आनंद, शान, संजय दत्त, अभिजीत | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - प्लान | वर्ष - 2003

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उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
भुमी पर अतोम बोम्ब क्युन है
फुलो मे ए कन्ते क्युन है
दोनो हथो मे दौलत है
झुथी चिन्त दिल मे क्युन है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है

मती मे से हम अए है हम्को मती मे मिल्न है
मती मे से हम अए है हम्को मती मे मिल्न है
वोही अखिर जितेग मन मे जिस्के मोह नहि
हथ मे थोदा पैसा है तो दुनिय उस्क घर मन
कब तक दम है बन्त दो धन को क्य खोना और क्य पन
उस्क सदा भरोसा कर जिस्ने तुझे सम्भला है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
भुमी पर अतोम बोम्ब क्युन है
फुलो मे ए कन्ते क्युन है
दोनो हथो मे दौलत है
झुथी चिन्त दिल मे क्युन है

गगन तुम्हरा भुमी तुम्हरी फिर भि तु क्युन करे लडाईं
गगन तुम्हरा भुमी तुम्हरी फिर भि तु क्युन करे लडाईं
खुद पे हिम्मत रख्न जरा फिर तो सब कुच है तेर
सुख मे सारी दुनिय तेरे पिचे-पिछे रह्ती है
मह्कि-मह्की कालीयन तुझ्को मोहन्-मोहन कह्ती है
जब तक तुझ मे हिम्मत है कुच न बिगद्ने वला है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
उपर्वला मलिक है वो सब्क रख्वला है
विजरी जो किस्मत पर पए वोही हिम्मटिभीअला है
भुमी पर अतोम बोम्ब क्युन है
फुलो मे ए कन्ते क्युन है
दोनो हथो मे दौलत है
झुथी चिन्त दिल मे क्युन है