दिल है के मानता नहीं - The Indic Lyrics Database

दिल है के मानता नहीं

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - अनुराधा पौडवाल - कुमार सानू | संगीत - नदीम - श्रावण | फ़िल्म - दिल है के मानता नहीं | वर्ष - 1991

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दिल है के मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्म-ए-मोहब्बत ये जानता ही नहीं
दिल है के मानता नहीं
ये बेक़रारी क्यो हो रही है, ये जानता ही नहीं
दिल तो ये चाहे, हर पल तुम्हे हम बस यूँ ही देखा करें
मर के भी हम ना तुमसे जुदा हो, आओ कुछ ऐसा करें
मुझ में समा जा, आ पास आ जा, हमदम मेरे हमनशीं
दिल है के मानता नहीं
तेरी वफ़ाएं तेरी मोहब्बत सब कुछ है मेरे लिए
तूने दिया है नज़राना दिल का हम तो हैं तेरे लिए
ये बात सच है सब जानते हैं तुमको भी है ये यकीं
दिल है के मानता नहीं
हम तो मोहब्बत करते हैं तुम से, हमको हैं बस इतनी ख़बर
तनहा हमारा मुश्किल था जीना, तुम जो ना मिलते अगर
बेताब साँसे, बेचैन आँखें कहने लगी बस यही
दिल है के मानता नहीं