मेरी नीन्द चुराने वाली देखो पकड़ी गई हसीना - The Indic Lyrics Database

मेरी नीन्द चुराने वाली देखो पकड़ी गई हसीना

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कुमार शानू, सहगान, अलका याज्ञनिक | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - तू चोर मैं सिपाही | वर्ष - 1996

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तक धिन्ना
तक धिन्ना तक धिन्ना हाय मुश्किल है जीना
मेरी नींद चुराने वाली ओ मेरा चैन चुराने वाली
देखो पकड़ी गई हसीनाता थैया ता थैया मैं मर गई हाय दइया
मेरी नींद चुराने वाला ओ मेरा चैन चुराने वाला
देखो पकड़ा गई सिपहिया
ता थैया ...ये रूपनगर के प्रेमी हैं ये प्रेम गली में रहते हैं
ये इनकी प्रेम कहानी है इक राजा है इक रानी हैये चूड़ियां जो छनका रही है किस बात पे तू इतरा रही है
पिंजरे में पंछी घबरा रहा है इसका मज़ा मुझको आ रहा है
सपनों में आने वाला मुझे रात जगाने वाला
देखो पकड़ा गई सिपहिया
ता थैया ...इक तेरी बिंदिया इक तेरा काजल दोनों ने कर डाला मुझको पागल
जोबन का ये पहला साल मेरा तूने किया है क्या हाल मेरा
मेरा रंग चुराने वाला मेरा रूप उड़ाने वाला
देखो पकड़ा गई सिपहिया
ता थैया ...ये चोरी चोरी मिलते हैं ख्वाबों में फूल खिलते हैं
इक चंदा संग चकोरी है इक छोरा है इक छोरी है