बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी - The Indic Lyrics Database

बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी

गीतकार - कफ़ील आज़र | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - Nil | वर्ष - 1977

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बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी
लोग बेवजह उदासी का सबब पूछेंगे
ये भी पूछेंगे के तुम इतनी परेशां क्यों हो
उंगलियाँ उठ्ठेंगी सूखे हुए बालों की तरफ
एक नजर देखेंगे गुजरे हुये सालों की तरफ
चूड़ियों पर भी के तंज़ किये जायेंगे
काँपते हाथों पे भी फ़िक़रे कसे जायेंगे
लोग जालिम हैं हर इक बात का ताना देंगे
बातों बातों में मेरा ज़िक्र भी ले आयेंगे
उन की बातों का ज़रा सा भी असर मत लेना
वर्ना चेहरे के तासुर से समझ जायेंगे
चाहे कुछ भी हो सवालात ना करना उनसे
मेरे बारे में कोई बात ना करना उनसे